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आतंकवाद ,सउदी अरब की विदेश नीति में बदलाव और नरेंद्र मोदी

Vichar Manthan
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भारत में भारत माता की जय बोलने पर बहस छिड़ी है विरोध में फतवे दिए जा रहे हैं |रियाद में टाटा कन्सल्टेंसी में काम करने वाली आईटी प्रोफेशन से जुडी महिलाओं ने मोदी जी का स्वागत भारत माता की जय के नारों से किया बाद में मोदी जी की जय जय कार के नारे लगाये | ‘नारे’ सउदी अरब की धरती पर लगाये गये जहाँ मक्का के कुरैश कबीले में इस्लाम धर्म के पैगम्बर मुहम्मद साहब का जन्म हुआ यहीं से इस्लाम धर्म के संदेश धीरे-धीरे मिडिल ईस्ट , एशिया से पूरे विश्व में फैले थे | यहाँ के दो पवित्र शहर मक्का और मदीना पैगम्बर मुहम्मद साहब से सम्बन्धित हैं| हर मुस्लिम की इच्छा होती है जीवन में एक बार हज के लिए मक्का जाये अत: हर वर्ष दुनिया भर से मुस्लिम मक्का में हज करने आते हैं यही नहीं सभी मुस्लिम मक्का की दिशा में नमाज अदा करते हैं | सउदी अरब मिडिल ईस्ट में स्थित सुन्नी मुस्लिम देश है यहाँ राजतन्त्र है शरीयत का कानून लागू होता है यह विश्व के तेल उत्पादक देशों में सबसे प्रमुख देश माना जाता है |
इस्लाम धर्म में दो हिस्से हैं शिया और सुन्नी |ईरान शिया धर्म के मानने वालों का देश हे यह मुहम्मद साहब के दामाद हजरत अली के पैरोकार हैं इमामेट में विश्वास करते हैं | इराक ,यहाँ शिया बाहुल्य है लेकिन शासन पर सदाम हुसेन जो सुन्नी थे उनका अधिकार था सदाम के पतन के बाद इराक में यद्यपि शान्ति नहीं है फिर भी शियाओं के हाथ में सत्ता है इराक में कर्बला है यहाँ इमाम हुसेन ने शहादत दी थी शिया यहाँ जियारत करने आते हैं | ईरान के इमाम खुमैनी शिया धर्म के प्रतिष्ठित इमाम थे उनके नेतृत्व में शियाओं में आत्म विश्वास के साथ दोनों धर्मावलम्बियों ( शिया , सुन्नी )में खाई भी बढती गयी| शिया मक्का में अपना प्रभाव बढाना चाहते हैं जिनसे सउदी अरब को खतरा रहा है | सउदी अरब में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी सेना में शामिल हैं अब उनकी संख्या कम की जा रही है |मक्का को छोड़ कर सउदिया सुरक्षा के लिए अमेरिका पर काफी निर्भर है |
अधिकतर मुस्लिम देशों में राजतन्त्र और तानाशाही है लेकिन तानाशाही के विरुद्ध क्रान्ति की लहर है और प्रजातंत्र की भावना जागरूक हो रही है ईरान में राजशाही के खिलाफ क्रान्ति हुई लेकिन इस्लामिक सरकार आ गयी| जहाँ भी अस्थिरता आती है कट्टरपंथी पंथी सत्ता पर अधिकार जमाने लगते हैं | मिडिल ईस्ट में इस्लामिक स्टेट की विचार धारा के नेता बगदादी ने अपने आप को खलीफा घोषित कर दिया उसकी नजर मक्का और सउदी अरब के तेल के कुओं पर है जिससे सउदी अरब अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं | आतंकवाद और इस्लामिक स्टेट की विचार धारा ने खाड़ी के देशों को दुबारा से विदेश नीति पर विचार करने के लिए मजबूर कर दिया | समय समय पर शिया नेता भी सिर उठाते हैं जबकि तानाशाही में इन उठने वाले सिरों को सहन नहीं किया जाता | भारत भी बढ़ते आतंकवाद से परेशान है पाकिस्तान भारत में अस्थिरता चाहता है आतंकवादियों के कैम्प हैं यहाँ से भारत में निरंतर जेहादी भेजे जा रहे हैं | भारत में इंडियन मुजाहिदीन की ओर भारतीय मुस्लिम युवक आकर्षित हो रहे हैं पहले गरीब युवक , अब पढ़े लिखे युवकों में भी इनकी पैंठ बढने लगी है | सउदी अरब से मदरसों और मस्जिदों के लिए अपार धन राशि भेजी जाती है जिससे दीन के नाम पर आतंकवाद को बढ़ाने में काम लाया जाता है | भारत खाड़ी देशों से स्थानीय कट्टर पंथी संगठ्नों को मिलने वाली मदद को रोकना चाहता है लेकिन इसकी संवेदनशीलता की वजह से इसे कम तवज्जो दी गई है अब भारतीय सुरक्षा तंत्र, विशेषकर मोदी सरकार के तहत, इसे रोकने के लिए एक मज़बूत व्यवस्था बनायी जा रही है | भारत दक्षिण एशिया में पैर पसारने की कोशिश में लगे चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के इरादे भी नाकाम करना चाहता है.
भारत की विदेश नीति सदैव सउदी अरब से मित्रता की रही है यहाँ लाखों भारतीय काम करते हैं अरबों-खरबों के तेल व्यापार और निवेश के लिए भारत इच्छुक रहा हैं | मोदी जी की सउदी अरब की यात्रा सफल रही ,भारत और सउदी अरब के बीच पांच समझोते किये गये जिनमें आतंकवाद प्रमुख है |आतंकियों को मिलने वाली आर्थिक मदद पर रोक , उनकी खुफिया जानकारी दी जायें , मनी लांड्रिंग रोकना ,आपस में सामरिक सम्बन्ध बढाना, कारोबार और निवेश बढ़ाना मुख्य है | भारत एक प्रजातांत्रिक देश है यहाँ बहुत बड़ा बाजार है और अर्थ व्यवस्था भी मजबूत हो रही है जबकि विश्व में मंदी है भारत के पास टैलेंटेड वर्क फ़ोर्स की कमी नहीं है | दोनों देशों के संयुक्त ब्यान में कहा गया दोनों देश आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा ’ देश आतंकवाद के लिए अपने क्षेत्र का इस्तेमाल बंद कर आतंक के अड्डों को खत्म करें मोदी जी ने ख़ास कर कहा आतंक को किसी धर्म से न जोड़ा जाये | मोदी जी की यात्रा से पहले ही सउदी अरब ने अमेरिका के साथ आतंकवादी संगठन लश्करे तैय्यबा पर बैन लगाने पर सहमती बन गयी थी तथा सउदी अरब ने लश्कर को मदद देने वाले तीन बड़े फाईनेंसरों पर बैन लगा दिया था |मोदी जी के सत्ता में आने के बाद से ही सउदी अरब से भारत के सम्बन्धों में गर्माहट बढती गयी वहाँ के छठे किंग अब्दुल बिन अब्दुल अजीज के निधन पर भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को रियाद भेजा गया |
पहली बार सउदी अरब आर्थिक संकट से गुजर रहा है तेल की कीमतें घटती जा रही हैं वह बढ़ते बजट घाटे को कम करना चाहता है आईएसआईएस के खिलाफ सऊदी अरब की अगुवाई में 34 मुस्लिम देशों की सेना तैयार की गयी हैं जिसका संचालन और नेतृत्व रियाद से किया जाएगा | आतंकवाद , इस्लामिक स्टेट के भय सीरिया की बर्बादी शिया सुन्नी समाज की बढती दूरियों ( ईरान से सऊदिया के सम्बन्धों में खटास )और वित्तीय घाटे ने सउदी अरब की विदेशी नीति को प्रभावित किया है |
डॉ शोभा भारद्वाज

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